लखनऊ:उत्तर प्रदेश सरकार ने मथुरा वृंदावन जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष सौगात दी है,जिससे अब अधिक संख्या में लोग बांकेबिहारी जी के दर्शन कर सकेंगे और मार्ग में भीड़ से भी छुटकारा मिलेगा। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने हाईवे और एक्सप्रेस-वे को जोड़ने वाले वृंदावन बाईपास को बनाने की योजना बनाई थी। यमुना एक्सप्रेस वे को छटीकरा पर नेशनल हाइवे-19 से जोड़ने के लिए इस बाईपास की योजना तैयार की गई है। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने यह योजना तैयार की थी। इसका मकसद यह था कि यमुना एक्सप्रेस वे से नेशनल हाइवे-19 की ओर जाने वाले और नेशनल हाइवे-19 से यमुना एक्सप्रेस वे जाने वालों को वृंदावन में प्रवेश न करना पड़े और उनकी राह आसान हो जाए। इसके साथ ही दोनों ओर से आने वाले श्रद्धालुओं का वृंदावन आगमन भी सुगम हो जाए। यह बाईपास जैंत से शुरू होकर रामताल होते हुए वृंदावन बाईपास यमुनापार से होकर यमुना एक्सप्रेस-वे के किलोमीटर संख्या 101 पर जुड़ेगा। 15 किलोमीटर लंबा यह मार्ग सिक्सलेन होगा। इसका निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा किया जाएगा। इस योजना का रोडमैप तैयार कर शासन को भेजा गया था। इस पर वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन सोमवार को 1645.72 करोड़ रुपये शासन से मंजूरी मिल गई। वृंदावन बाईपास के बनने से देशभर से वृंदावन आने वाले श्रद्धालुओं को जाम से नहीं गुजरना होगा। दिल्ली, आगरा, नोएडा, बरेली से मथुरा शहर में प्रवेश किए श्रद्धालु सीधे वृंदावन पहुंच सकेंगे। इस तरह यह वृंदावन बाईपास हाफ रिंग रोड का काम करेगा