नई दिल्ली:देश में पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी गई है। पेट्रोल और डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में 2 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है। इसके चलते पेट्रोल और डीजल महंगा हो जाएगा।सरकार के इस फैसले के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतें जल्द ही ऊपर जा सकती हैं। इस टैक्स वृद्धि का सीधा असर तेल कंपनियों के खर्चों पर पड़ेगा, जो कि अंततः आम जनता पर ट्रांसफर हो जाएगा। मतलब साफ है – अब पेट्रोल पंप पर आपको हर लीटर के लिए ज्यादा पैसे चुकाने पड़ेंगे।यह फैसला वैश्विक तेल कीमतों में जारी उतार-चढ़ाव और ट्रंप प्रशासन की ओर से जवाबी टैरिफ के एलान के बीच लिया गया है। भारत में पेट्रोल-डीजल का बेस प्राइस सिर्फ 32 रुपये प्रति लीटर है। इस पर केंद्र सरकार औसतन 33 रुपये एक्साइज ड्यूटी वसूलती है। इसके बाद राज्य सरकारें अलग-अलग VAT और सेस जोड़ देती हैं, जिससे फ्यूल की कीमत तीन गुना तक पहुंच जाती है।
फिलहाल देश में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 19.90 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 15.80 रुपये प्रति लीटर है। सरकार ने इसमें 2 रुपये का इजाफा किया है। यानी अब पेट्रोल पर 21.90 रुपये और डीजल पर 17.80 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी लगेगी। ये केंद्र सरकार द्वारा लगाया जाने वाला टैक्स होता है, जो पेट्रोल-डीजल की कुल कीमत का अहम हिस्सा बनता है। साल 2014 में ये टैक्स पेट्रोल पर सिर्फ 9.48 रुपये और डीजल पर 3.56 रुपये प्रति लीटर था, जिसे धीरे-धीरे बढ़ाया गया।
ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के शेयरों के हाल
बता दें कि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में प्रमुख ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई, जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज 1170.95 रुपये (2.80% की गिरावट), इंडियन ऑयल 128 रुपये (1.65% की गिरावट), हिंदुस्तान पेट्रोलियम 348.20 रुपये (2.75% की गिरावट) और भारत पेट्रोलियम 275.65 रुपये (1.34% की गिरावट) पर बंद हुआ।