नई दिल्ली:दिल्ली में जल वितरण व्यवस्था में पारदर्शिता लाने और टैंकर माफिया पर लगाम कसने के लिए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को GPS युक्त 1111 पानी टैंकरों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह पहल राजधानी में पानी की चोरी, कालाबाजारी और गड़बड़ियों को रोकने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि दिल्ली में अब कौन सा टैंकर कहां पर होगा, ये दिल्ली का हर नागरिक देख सकता है। उसमें कितना पानी है इसे भी आनलाइन ट्रैक किया जा सकता है। टैंकर का पानी अब वहीं जाएगा जहां भेजा गया है। किसी माफिया के हाथों में बेचा नहीं जा सकता। ये एक ऐतिहासिक शुरुआत है।दिल्ली की सरकार भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए टेक्नोलाजी का इस्तेमाल कर रही है। वहीं, मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि दिल्ली में कोई बुनियादी ढांचा नहीं है क्योंकि कुछ भी नहीं किया गया। हमें सब कुछ शून्य से शुरू करना होगा। इसमें समय लग सकता है, लेकिन हमारी सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है। इस मौके पर सांसद मनोज तिवारी भी मौजूद रहें।
सड़कों पर उतार दी 50 सुपर सकर मशीनें
रेखा गुप्ता ने कहा कि पिछली सरकार के राज में दो सुपर सकर मशीनें होती थी। अब मैने 50 सुपर सकर मशीनें दिल्ली की सड़कों पर उतार दी हैं। कहीं पर भी सीवर ओवरफ्लो की दिक्कत होती है तो तुरंत इसका समाधान मशीन के माध्यम से होगा। दिल्ली सरकार हर क्षेत्र के लिए काम कर रही है। सड़कों की साफ-सफाई, यमुना की सफाई, स्वास्थ्य, शिक्षा समेत तमाम क्षेत्र में काम कर रही है।
इन टैंकरों में लगे GPS सिस्टम से उनकी रियल टाइम लोकेशन को ट्रैक किया जा सकेगा। एक कमांड सेंटर बनाया गया है, जहां से सभी टैंकरों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। खास बात यह है कि आम लोग भी एक मोबाइल ऐप के जरिए यह देख सकेंगे कि कौन सा टैंकर किस इलाके में पानी पहुंचा रहा है।