भोपाल:मध्यप्रदेश सरकार ने एक एतिहासिक निर्णय लेते हुए प्रदेश के 17 धार्मिक नगरों में शराब की बिक्री पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगा दी है,मुख्यमंत्री मोहन यादव जी के इस निर्णय का प्रदेश की जनता ने ह्दय से धन्यवाद कहा है। मध्य प्रदेश के 17 धार्मिक शहरों में एक अप्रैल यानि आज से शराब का विक्रय नहीं किया जाएगा. इन शहरों के नगर निकाय क्षेत्र में संचालित सभी शराब दुकानें बंद हो जाएंगी. चूंकि, इन धार्मिक शहरों में उज्जैन भी सम्मिलित है और वहां काल भैरव मंदिर में मदिरा का भोग लगाने की प्रचीन पूजन-परंपरा है, इसलिए भक्तों को बाहर से शराब लानी पड़ेगी. बता दें कि राज्य सरकार ने जिन 17 धार्मिक शहरों के 19 स्थानों पर शराब बिक्री पर रोक लगाई है, उनमें उज्जैन, ओंकारेश्वर, महेश्वर, मंडलेश्वर, मंदसौर, ओरछा, मैहर, चित्रकूट, दतिया, अमरकंटक, सलकनपुर, पन्ना, मंडला, मुलताई, बरमान कला, लगा व कुंडलपुर हैं. इन शहरों में शराब पीने पर प्रतिबंध नहीं लगाया है.
सीएम ने किया था एमपी के धार्मिक नगरी में शराबबंदी का ऐलान
गौरतलब है कि 23 जनवरी को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मध्य प्रदेश के 17 अलग-अलग धार्मिक नगरियों में शराबबंदी का ऐलान किया था. जिसमें उन्होंने 1 अप्रैल से इस फैसले को लागू करने की बात कही थी. सीएम ने शराबबंदी की घोषणा करते हुए कहा था कि ” समाज में नशाखोरी की आदत बर्बादी का कारण बन रही है. शराब के चक्कर में परिवार के परिवार बरबाद हो जाते हैं. यह बहुत बड़ा कष्ट है. लिहाजा हमने संकल्प लिया है कि हमारी सरकार 17 अलग-अगल धार्मिक स्थानों में शराबबंदी करेगी.” उसी फैसले को प्रदेश में आज से लागू कर दिया गया है.