रांची : भारतीय जनता पार्टी झारखंड ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद तीखी प्रतिक्रिया देते हुए एक बड़े आंदोलन की घोषणा की है। पार्टी ने 5 मई 2025 को झारखंड के सभी जिलों में “विशाल आक्रोश प्रदर्शन” आयोजित करने का ऐलान किया है, जिसमें मुख्य मांग होगी कि भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को देश से बाहर किया जाए। इस प्रदर्शन का नारा है- “पाकिस्तानियों भारत छोड़ो”।
भाजपा झारखंड ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल (@BJP4Jharkhand) पर एक पोस्ट के जरिए इस प्रदर्शन की जानकारी दी। पोस्ट में एक ग्राफिक भी साझा किया गया, जिसमें हिंसा की एक छवि के साथ लिखा है, “पहलगाम हमला – न भूलेंगे, न माफ करेंगे “। यह ग्राफिक स्पष्ट रूप से हाल के आतंकी हमले के प्रति गुस्से को दर्शाता है, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी।
पहलगाम हमला और भाजपा की रणनीति
पहलगाम आतंकी हमला, जो 22 अप्रैल 2025 को हुआ, एक बड़ा झटका साबित हुआ। इस हमले में ज्यादातर पर्यटक मारे गए थे, और खुफिया एजेंसियों ने इसे पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद से जोड़ा है। हमले के बाद भारत सरकार ने कई कड़े कदम उठाए, जिसमें पाकिस्तान से आयात और व्यापार पर प्रतिबंध, साथ ही पाकिस्तानी जहाजों के भारतीय बंदरगाहों में प्रवेश पर रोक शामिल है। इसके अलावा, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने घोषणा की थी कि भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ना होगा।
भाजपा ने इस घटना को लेकर अपनी राजनीतिक रणनीति तेज कर दी है। पार्टी ने न केवल केंद्र सरकार पर दबाव बनाया है, बल्कि स्थानीय स्तर पर भी विपक्षी नेताओं, जैसे हैदराबाद में असदुद्दीन ओवैसी, पर हमला बोला है। हैदराबाद में भी चारमीनार पर भाजपा नेताओं ने इसी मांग को लेकर प्रदर्शन किया था, जहां नेता टी उमा महेंद्र ने तेलंगाना सरकार और ओवैसी से पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें देश से बाहर करने की मांग की थी।
झारखंड में प्रदर्शन की तैयारी
झारखंड में यह प्रदर्शन राज्य के सभी जिलों में एक साथ आयोजित होगा , जिसका उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकार को यह संदेश देना है कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और यह सुनिश्चित हो कि आतंकवाद को समर्थन देने वाले तत्वों को भारत में कोई जगह न मिले।
पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करें, लेकिन अपनी मांग को लेकर मुखर रहें। प्रदर्शन में “पाकिस्तानियों भारत छोड़ो” के नारे के साथ-साथ आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाने पर जोर दिया जाएगा।
राजनीतिक और सामाजिक संदर्भ
यह प्रदर्शन भाजपा की उस व्यापक रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें अवैध प्रवासियों, खासकर रोहिंग्या और पाकिस्तानी नागरिकों को देश से बाहर करने की मांग लंबे समय से की जा रही है। भाजपा ने अपने घोषणापत्र में भी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था, जिसमें अवैध प्रवासियों को समयबद्ध तरीके से निर्वासित करने और आधार कार्ड व पासपोर्ट प्रक्रिया में खामियों को दूर करने का वादा किया गया था।
भाजपा का यह प्रदर्शन न केवल आतंकवाद के खिलाफ एक संदेश है, बल्कि विपक्षी दलों पर दबाव बनाने और जनता के बीच अपनी राष्ट्रवादी छवि को मजबूत करने की कोशिश भी मानी जा रही है।
हालांकि, विपक्षी दलों ने अभी तक इस प्रदर्शन पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन माना जा रहा है कि यह मुद्दा झारखंड की राजनीति में आने वाले दिनों में और गरमाएगा।
आगे क्या ? : प्रभाव और सम्भावनाएं
पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। भारत सरकार ने न केवल व्यापारिक प्रतिबंध लगाए हैं, बल्कि 1960 की सिंधु जल संधि को भी निलंबित कर दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि भाजपा का यह प्रदर्शन न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी इस मुद्दे को और हवा दे सकता है।
5 मई का यह प्रदर्शन झारखंड में एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम साबित हो सकता है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि इसका असर राज्य और देश की राजनीति पर किस तरह पड़ता है।