नई दिल्ली:छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके में सुरक्षा बलों को बुधवार को एक बड़ी सफलता हाथ लगी। नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा और कोंडागांव जिलों की जिला रिजर्व गार्ड (DRG) की संयुक्त कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने 27 नक्सलियों को ढेर कर दिया, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। इस मुठभेड़ में एक जवान शहीद और एक अन्य घायल हुआ है।
पुलिस के मुताबिक नक्सलियों की केंद्रीय समिति और पोलित ब्यूरो सदस्य माड़ डिवीजन के बड़े कैडर के होने की सूचना पर डीआरजी नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंडागांव की DRG टीमें अबूझमाड़ में ऑपरेशन के लिए रवाना हुई थी. विगत कई दिनों से लगातार जारी इस महत्वपूर्ण अभियान से प्राप्त सभी तथ्यों और जानकारियों पर विचार करने के बाद अनुमान है कि अभियान के दौरान कई वरिष्ठ स्तर के माओवादी कैडर या तो मारे गए हैं अथवा गंभीर रूप से घायल हुए हैं. पुलिस ने कहा कि कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और अनेक चुनौतियों के बावजूद, सुरक्षा बल वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ इस निर्णायक अभियान को पूरी प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ा रहे हैं. नक्सली हमले का बहादुरी से मुकाबला करते हुए DRG टीम के एक सदस्य एक जवान शहीद हो गए. मुठभेड़ में कुछ अन्य जवानों को इस ऑपरेशन के दौरान चोटें आईं. सभी घायलों को तुरंत चिकित्सा सहायता प्रदान की गई है और अब वे खतरे से बाहर हैं. सर्च अभियान लगातार जारी है. दक्षिण बस्तर के डीआईजी कमलोचन कश्यप ने बताया कि नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा और कोंडागांव जिलों की स्थानीय DRG इकाइयां ऑपरेशन में शामिल हैं, जिन्हें क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति की गहरी जानकारी है। सूत्रों के अनुसार, मुठभेड़ में एक करोड़ के इनामी नक्सली जनरल सेक्रेटरी डुबाला केशव राव उर्फ राजू के मारे जाने की भी खबर है, हालांकि आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है।
कौन है बसवराजू?
बसवराजू आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के जियन्नापेटा गांव का मूल निवासी है. वह नवंबर 2018 से सीपीआई माओवादी संगठन का महासचिव है और पिछले 35 सालों से माओवादी संगठन की केन्द्रीय कमेटी का सदस्य है. बसवराजू ने वारंगल से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और वह सैन्य कमान संभालने में माहिर है. बसवराजू संगठन में ज्यादातर समय सैन्य कमान संभालता रहा है और आक्रामक हमलों के लिए जाना जाता है. वह हमलों की रणनीति बनाने में भी माहिर है और उसे वारफेयर में महारत हासिल है. गणपति के बाद बसवराजू को 2018 में संगठन के महासचिव की जिम्मेदारी मिली थी.
बसवराजू की उम्र करीब 70 साल बताई जाती है.