नई दिल्ली:वक्फ संसोधन बिल पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद विवाद बढ़ता जा रहा है,सभी राजनेता इसपर अपनी राय दे रहे हैं,अब भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट राम मंदिर के विषय में कागज मांगती है, मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि के मामले में कागज मांगती है लेकिन मुगलों के आने के बाद जो मस्जिद बनी है, उसके लिए कहते हैं कि आप कागज कहां से दिखाओगे …। उन्होंने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय का ये दोहरा रवैया कितना ठीक है? जब हिन्दू पक्ष ने श्रीराम मंदिर के लिए हजार साल पुराने कागज दिखाए थे और सभी सबूत सर्वोच्च न्यायालय के सामने दिए थे तो वक्फ बोर्ड पर सर्वोच्च न्यायालय का दोहरा रवैया क्यों?
निशिकांत दुबे की यह टिप्पणी वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 की संवैधानिकता को चुनौती देने वाली कई याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के बीच आई है। गौरतलब है कि केंद्र ने 17 अप्रैल को हुई सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट को आश्वासन दिया था कि वह किसी भी ‘वक्फ-बाय-यूजर’ प्रावधान को रद्द नहीं करेगा और बोर्ड में किसी भी गैर-मुस्लिम सदस्य को शामिल नहीं करेगा। यह आश्वासन शीर्ष अदालत द्वारा कानून के उन हिस्सों पर रोक लगाने पर विचार करने के एक दिन बाद आया है।